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परिचय

अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा पूर्णतया सत्य वचन; राहुल सांकृत्यायन ने घुमक्कड़ी की महिमा की तुलना किसी शास्त्र से ही की है। मेरा खुद का भी ये ही मानना है आप किसी सुनसान सड़क के किनारे बैठ कर भी बहुत कुछ सीख सकते है।

हाल फिलाल बहुत ज्यादा जगह तो नहीं घूमी है पर फिर भी कोशिश है ज्यादा से ज्यादा जगह देखी जा सके; समझी जा सके; अभी तक मेरी घुमने वाली जगहों में राजस्थान का ज्यादा बड़ा नाम है; जो मुझे ना चाहते हुए भी अपने पास खीच लेता है शायद मेरे राजपूती खून की वजह से जो की एक तरह से राजस्थान से ही जुड़ा है; हम गोरखाओ के पूर्वज भी राजस्थान से ही है।
खैर; जितनी जगह घूमी है उनका विवरण शब्दों और चित्रों से देने की कोशिश करूँगा; शब्दों से खेलना तो नहीं आता है और खासतौर से हिंदी में तो बिलकुल भी नहीं जैसे हिंदी के बाकी ब्लॉगर कर लेते है पर फिर भी एक कोशिश है और सुना है की कोशिश ही सफल होती है।